हमारे शैक्षिक विषय एवं शिक्षण पद्धति-
जूनियर वर्ग: (कक्षा ६ से ८ ) बेसिक सिक्षा द्वारा स्वीकृत हिन्दी, गणित, संस्कृत, अंग्रेजी, विज्ञान, सा. विषय, कम्प्यूटर, चित्रकला, वाणिज्य के अतिरिक्‍त शारीरिक शिक्षा नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा का विद्या भारती द्वारा अनुमोदित पाठयक्रम अध्यापित होता है ।
* हाईस्कूल: हिन्दी, गणित, विज्ञान सा.विषय, अंग्रेजी, संस्कृत / कला / कम्प्यूटर / वाणिज्य। * इण्टरमीडिएट: विज्ञान वर्ग- सामान्य हिन्दी, अंग्रेजी / कम्प्यूटर, भौतिकी, रसायन, गणित एवं जीवविज्ञान।
* वाणिज्य वर्ग- सामान्य हिन्दी, अंग्रेजी / कमप्यूटर, वाणिज्य गणित, वहीखाता एवं व्यापार संगठन।

पाठ्यक्रम विभाजन:
सम्पूर्ण पाठयक्रम को विभिन्‍न खण्डों एवं उपखण्डों में विभाजित कर अध्यापन की व्यवस्था है जिसकी जानकारी छात्र को विषयाचार्य द्वारा प्रारम्भ में ही दे दी जाती है । तथापि छात्र के स्मारणार्थ साप्ताहिक पाठ्‍यक्रम विभाजन की व्यवस्था रहेगी कि आगामी सप्ताह में क्या पढ़ाया जायेगा, जो प्रत्येक शनिवार को विषयशः श्याम पट्‍ट पर चस्पा कर दिया जायेगा। छात्र को तदनुरूप पूर्व तैयारी करके विद्यालय आना चाहिए।

शिक्षण पद्धति:-
विद्या मन्दिर में बाल केन्द्रित क्रिया आधारित शिक्षण पद्धति के प्रोत्साहनार्थ पंचपदी शिक्षण विधि (अधीती, बोध, अभ्यास, प्रयोग एवं प्रसार) द्वारा प्रत्येक विषय का सफलतम शिक्षण होता है । छात्र का सर्वांगीर्ण विकास करना ही हमारा उद्‍देश्य है।

विज्ञान शिक्षण-
विद्यालय में विज्ञान के प्रयोगात्मक शिक्षण की अभिनव प्रणाली विक्सित की गयी है । रसायन विज्ञान के सफलतम प्रभावी शिक्षण हेतु आधुनिक, उपकरण से सुसज्जित प्र्योगशाला उपलब्ध है। जहाँ छात्र प्रयोग करके गहनतम जानकारी प्राप्त करते है।

भौतिक विज्ञान प्रयोगशाला-
छात्रों में प्रत्यक्ष बोध प्रतिष्ठापित करने हेतु आधुनिकतम उपकरण से सुसज्जित भौतिक विज्ञान प्रयोगशाला विकसित की गयी है । जहाँ छात्र प्रयोग कर अपनी जिज्ञासा-समाधान कर अपने में पूर्णता का अनुभव करते है।


जीवविज्ञान प्रयोगशाला-
जन्तुओं एवं वनस्पतियों की अन्तर्वाह्य संरचना का प्रत्यक्ष ज्ञान भी छात्रों को मिले इस निमित्‍त विद्यालय की अपनी सुसज्जित प्रयोगशाला है। जहाँ विभिन्‍न यंत्रों एवं प्रतिरूपों के प्रयोग एवं अवलोकन से छात्र अपने में ज्ञान प्रतिष्ठापित करने में सफल अनुभूति करते है।

कम्प्यूटर शिक्षा-
आज का युग कम्प्यूटर युग है । विद्यालय में इण्टरमीडिएट तक कम्प्यूटर शिक्षा का सफलतम शिक्षण होता है । कम्प्यूटर की सुसज्जित दो प्रयोगशालाएं है । जहाँ छात्र समयानुरूप प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त कर अपने आयाम को पूर्ण करते हैं।